
भारत वर्सेस न्यूजीलैंड इन दोनों के बीच मैच हुआ जॉकी दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में हुआ।
भारत-न्यूजीलैंड को फाइनल में 4 विकेट से हराकर ट्रॉफी अपने नाम किया।
मेरे लैंडकी बारी:
न्यू में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का निर्णय लिया और 50 ओवर में के नुकसान पर 251 रन बनाए।
सलामी बल्लेबाज विल यंग (15) रन बनाएं और रचिन रवींद्र
न (37) रन बनाएं पहला विकेट रचिन रविंद्र का गिरा। जिसमें सतरन जोड़े और दूसरा विकेट विल यंग का गिरा।
डैरिल मिचेल 101 गेंद में ट्रेसर ट्रेन की महत्वपूर्ण पारी खली, जबकि माइकल ब्रेसवेल ने 40 गेंद में नाबाद 53 रन बनाए।
भारतीय गेंदबाजों में वरुण चक्रवर्ती और कुलदीप यादव ने 2-2 विकेट लिए जबकि मोहम्मद शमी और रविंद्र जडेजा ने 1-1 विकेट हासिल किया।
भारत की परी:
252 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए कप्तान रोहित शर्मा ने (76 रन) और शुभमन गिल (31 रन) के बाद पहले विकेट के लिए 105 रन की साझेदारी की उसके बाद शुभमन गिल की विकेट गई। उसके बाद कोहली आए खेलने कोहली ने एक रन मारा और वह भी आउट हो गए।
उसके बाद श्रेयस अय्यर नहीं 48 रन कायोगदान दिया, जबकि केएल राहुल ने नया 34 रंगत टीम को जीत की दहलीज तक पहुंचाया। भारत में अगर 50 ओवर में छह विकेट खोखर 254 रन बनाए और मैच जीत लिया।
मुख्य बिंदु:
रोहित शर्मा को उनकी शानदार पारी के लिए प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया।
इस जीपके साथ, भारत में 12 साल बाद चैंपियन ट्रॉफी का किताब जीता है।
रोहित शर्मा की कप्तानी में यह भारत का 9 महीना में दूसरा आईसीसी किताब है, इससे पहले टीम ने t20 वर्ल्ड कप जीता था।
यह जिससे भारतीय क्रिकेट टीम ने अपनी अपनी मौजूदगी और निरंतरता को एक बार फिरसाबित किया है।
कप्तान रोहित शर्मा ने न्यूजीलैंड के खिलाफ महत्वपूर्ण भूमिकानिभाई। उन्होंने 83 गेंद में 76 रनों की पारी खेली जिसमें 7 चौके और दो छक्के शामिलथे। उनकी इस पारी ने भारत को 252 रनों के लक्ष्य का पीछा करने में मजबूत आधार प्रदान किया।
रोहित शर्मा और शुभमन गिल के बीच सत्य साझेदारी हुई। जिसने टीम को मजबूत शुरुआती दी। रोहित ने 41 गेंद में अपना आधा शतक पूरा किया और अपनी पारी के दौरान कई आकर्षक शॉट्स लगाए।
आल्हा की रोहित शर्मा की कप्तानी में टॉस को लेकर एक दिलचस्प तथ्य सामने आया है। उन्होंने लगातार 12वीं बार टॉस गवाया जो वेस्टइंडीज के पूर्व कप्तान ब्रायन लारा के रिकॉर्ड की बराबरी है।
लोकेश राहुल ने न्यूजीलैंड के खिलाफ नाबाद 34 रन बनाएं। उन्होंने 31 गेंद का सामना किया और तीन चौके लगाए। उनकी इस पारी ने भारत को चार विकेट से जीत दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई जिससे टीम ने चैंपियन ट्रॉफी का किताब जीता।
आज के चैंपियन ट्रॉफी फाइनल में न्यूजीलैंड के खिलाफ श्रेयस अय्यर ने 48 रनों की महत्वपूर्ण पारी खेली उन्होंने 63 गेंद का सामना करते हुए चार चौके और एक छक्का लगाया जिससे भारत को लक्ष्य का पीछा करने में मजबूती मिली।
श्रेयस अय्यर ने अपनी आक्रमण बल्लेबाजी शैली से भारतीय क्रिकेट टीम में महत्वपूर्ण स्थान बनाया है। उनकी निरंतरता और तकनीक में उन्हें एक विश्वसनीय बल्लेबाज के रूप मेंस्थापित किया है।